रिपोर्ट के मुताबिक इंदौर जिला कोर्ट में बजरंग दल के विभाग संयोजक तन्नू शर्मा से जुड़े मामले की सुनवाई चल रही थी। इस बीच महिला इस सुनवाई का वीडियो बना रही थी। जब वकीलों ने देखा तो उन्हें शक हुआ। इसके बाद महिला को पुलिस के हवाले किया गया। इस महिला का नाम सोनू मंसूरी बताया गया है। सोनू मंसूरी वकील की यूनिफॉर्म में थी। पुलिस के मुताबिक उसके पास से 1 लाख 26 हजार रुपए कैश भी मिला है। महिला के मुताबिक वो खरगोन के सनावद की रहने वाली है और देवास से लॉ की पढ़ाई कर रही है।
आरोपी महिला ने बताया कि नूरजहां दिल्ली के वकील एजाज हाशमी को केस में मदद कर रही हैं। उसके इतना कहते ही उससे आईडी कार्ड मांगा गया तो वो वकीलों को बरगलाने लगी। युवती ने ये भी माना कि वो ये जानकारी प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी पीएफआई के लिए जुटा रही थी। एमजी रोड थाना पुलिस के मुताबिक, फर्जी वकील सोनू मंसूरी और वकील नूरजहां के खिलाफ 410, 420, 120 बी के तहत केस दर्ज किया गया है। सोनू मंसूरी ने बताया कि जहां भी हिंदू-मुस्लिम के केस होते हैं, वह बहस और अन्य साक्ष्यों को इकट्ठा कर प्रतिबंधित संगठन पीएफआई को पहुंचाती है।
इंदौर पुलिस के एडीसीपी राजेश रघुवंशी का कहना है कि महिला के मोबाइल में कई वीडियो मिले हैं। उसने स्वीकार किया है कि वो एडवोकेट नूरजहां खान के निर्देश पर ये सब कर रही थी। नूरजहां ने उससे कहा था कि वो सारे अहम दस्तावेज हैं। आज की सुनवाई का वीडियो बना ले। इन्हें पीएफआई को भेजना है। पुलिस युवती से पूछताछ कर रही है। युवती के मुताबिक वो खरगोन के सनावद की रहने वाली है और देवास से लॉ की पढ़ाई कर रही है। पुलिस इसकी बताई बातों की तफ्शीश कर रही है। पूरे मामले में सख्त कार्रवाई की जा रही है।
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