वायु गुणवत्ता आकलन करने वाली केंद्र सरकार की एजेंसी सफर ने इस अवधि में राष्ट्रीय राजधानी में मौजूद उत्सर्जन के स्रोतों, मौसमी स्थिति, वायु की गुणवत्ता के विस्तृत अध्ययन के आधार पर ये नतीजे निकाले।
'सफर' (वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और रिसर्च प्रणाली) ने रविवार को जारी अपनी रिपोर्ट में कहा कि वर्ष 2016 में पटाखों से उत्सर्जन की तुलना में गिरावट महत्वपूर्ण रही। दिवाली की रात 19 अक्टूबर को 50 प्रतिशत, 20 अक्टूबर को जब प्रदूषण शीर्ष पर था 25 प्रतिशत और 21 अक्टूबर को 45 प्रतिशत। (भाषा)