हालांकि, उपराज्यपाल कार्यालय ने कहा है कि न्यायिक हिरासत में जेल में बंद केजरीवाल से कोई पत्र नहीं मिला है। तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने कहा है कि मुख्यमंत्री का लिखा पत्र उपराज्यपाल को इसलिए नहीं भेजा गया क्योंकि कारागार नियमों के अनुसार इसकी अनुमति नहीं थी।
पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं अखबारों में पढ़ता हूं कि जब एक ठग सुकेश पत्र लिखता है तो तिहाड़ प्रशासन उसे उपराज्यपाल कार्यालय में पहुंचाता है। उपराज्यपाल भी इस पर तुरंत कार्रवाई करते हैं। लेकिन जब दिल्ली के मुख्यमंत्री पत्र लिखते हैं तो उपराज्यपाल तिहाड़ के अधिकारियों को कहते हैं कि इसे उन्हें नहीं भेजा जाए।
सिसोदिया ने कहा कि निर्वाचित सरकार या किसी मंत्री को ध्वजारोहण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुझे इसमें कोई कठिनाई नजर नहीं आती। उन्होंने आरोप लगाया कि लेकिन उपराज्यपाल और उनके बॉस से लोकतांत्रिक, संवैधानिक (मानदंडों) की उम्मीद करना बेमानी है। उनसे सिर्फ तानाशाही की उम्मीद की जाती है और हम वही करते हैं।