पूर्वोत्तर में बाढ़ से तबाही, पानी में बही सड़कें, ट्रेनें भी बंद

शनिवार, 16 जून 2018 (08:09 IST)
गुवाहाटी/अगरतला। पूर्वोत्तर में बाढ़ से स्थिति शुक्रवार को और खराब हो गई। मणिपुर में चार लोगों और त्रिपुरा में एक व्यक्ति की मौत के साथ क्षेत्र में बाढ़ से अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है। कुछ मार्गों पर ट्रेन सेवा ठप होने और सड़कों के बह जाने से असम, त्रिपुरा और मणिपुर में स्थिति ज्यादा खराब है। 
 
असम में 3.87 लाख लोग प्रभावित, रेल सेवा ठप : असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के मुताबिक होजाई, कर्बी आंगलांग पूर्व, कर्बी आंगलांग पश्चिम, गोलाघाट, करीमगंज, हैलाकांडी और कछार जिले में 3.87 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। राज्य के विभिन्न हिस्से में भूस्खलन और बाढ़ जनित घटनाओं में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। 
 
रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा हैलाकांडी में 2.06 लाख लोग, इसके बाद करीमगंज में तकरीबन 1.33 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। बंदरखल और दामछड़ा स्टेशनों के बीच जमीन खिसकने के कारण लामडिंग बदरपुर खंड पर रेल सेवा ठप है। 
 
मणिपुर में भी हाल बेहाल : मणिपुर में बाढ़ग्रस्त दो जिलों में 1.5 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं और स्थिति काफी खराब है। आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया कि इम्फाल घाटी में स्थिति बदतर हो गई है और मृतकों की संख्या बढ़कर छह हो गई है।
 
ताजा रिपोर्टों के अनुसार बाढ़ से लगभग 12,500 मकान क्षतिग्रस्त हो गए और 5,200 लोग क्षेत्र छोड़कर बाहर चले गए हैं। 
 
बाढ़ के कारण खराब स्थिति पर चिंतित राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला ने बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए राज्यपाल राहत कोष में एक दिन का वेतन देने का फैसला किया है। राजभवन के तमाम कर्मचारी एक दिन के वेतन का योगदान देंगे और दूसरों से भी मदद की अपील की गई है। 
 
त्रिपुरा में सड़कों और फसलों को भारी नुकसान, हजारों बेघर : त्रिपुरा में बाढ़ की स्थिति और बिगड़ गई। बारिश के कारण खोवई नदी का पानी कुछ और इलाकों में घुस गया जिससे हजारों लोग बेघर हो गए और सड़कों तथा फसलों को नुकसान पहुंचा। बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। बाढ़ से उनाकोटी जिले में कलीलाशहर सब डिविजन सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। बाढ़ के कारण 21,000 से ज्यादा लोग अब भी राहत शिविरों में हैं। 
 
राज्य आपदा प्रबंधन और पुनर्वास विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मिजोरम में बाढ़ के कारण अब तक 1,066 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। (भाषा) 
 

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