बारिश और बाढ़ से परेशान केरल के लिए 12 दिनों के बाद थोड़ी राहत की खबर आ रही है। मौसम विभाग ने अगले चार दिन बारिश नहीं होने का अनुमान जताया है। रविवार को 13 और शव मिलने के बाद 8 अगस्त से बारिश, बाढ़ और भूस्खलन में अब तक 210 लोगों की मौत हो गई। इस मानसून में करीब 400 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन के मुताबिक, बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव का कार्य तेजी से जारी है। करीब 7.5 लाख लोग बेघर हो चुके हैं। इनके लिए 5645 राहत शिविर बनाए गए हैं। राज्य के 14 में से 11 जिले बारिश और बाढ़ से प्रभावित हैं, लेकिन सबसे ज्यादा असर अलाप्पुझा, एर्नाकुलम और त्रिशूर में देखा जा रहा है।
चेंगन्नूर, पांडलम, तिरुवल्ला और पथानामथिट्टा जिलों में ऐसे कई इलाके हैं, जहां अभी भी हजारों लोग फंसे हैं। इनके पास भोजन और पानी तक नहीं है। मछुआरों के एक ग्रुप ने अधिकारियों के बीच समन्वय की कमी होने की शिकायत की।
उन्होंने कहा, हमने कई लोगों को बचाया, लेकिन अब हम जहां से अपनी नाव से आए थे, वहां लौटने में हमारी मदद करने के लिए कोई नहीं है। अभी भी हजारों की संख्या में लोग फंसे हैं।