अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने बुधवार को बताया कि वाजपेयी को 11 जून को यहां लाया गया था। वाजपेयी को छाती में जकड़न, पेशाब में संक्रमण और कम पेशाब आ रहा था। वरिष्ठ डॉक्टरों की देखरेख में उनका उपचार शुरू किया गया। पेशाब कम आने की वजह से उन्हें स्लो डायलिसिस दिया गया।
उल्लेखनीय है कि वाजपेयी को 11 जून को एम्स में भर्ती कराया गया था और जानकारी दी गई थी कि उन्हें रूटीन चेकअप के लिए भर्ती कराया गया है, लेकिन जब चेकअप के बाद छुट्टी नहीं मिली तो उनके प्रशंसकों को चिंताएं बढ़ने लगी थीं। (एजेंसियां) (file photo)