गाजियाबाद के पुलिस उपाधीक्षक मनीष मिश्रा ने बताया कि इस मामले में पूछताछ के लिए गोयल को हिरासत में लिया गया है। प्राथमिकी में अयाम इंटरप्राइजेज ने दावा किया है कि गोयल और उनकी कंपनी के अन्य लोगों ने नवंबर, 2015 में फ्रीडम251 का डिस्ट्रीब्यूटरशिप लेने को प्रेरित किया।
प्राथमिकी के मुताबिक, कंपनी का कहना है, हमने रिंगिंग बेल्स को आरटीजीएस के माध्यम से कई बार में 30 लाख रुपए दिए, लेकिन उसने हमें महज 13 लाख रुपए कीमत का सामान दिया। बाद में हमें सामान और नकद मिलाकर कुल 14 लाख रुपए वापस मिले। कंपनी के मालिकों का दावा है कि अपना बकाया 16 लाख रुपए मांगने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई थी। (भाषा)