मध्यप्रदेश से राज्यसभा सांसद के तौर पर किसी नेता को भेजे जाने की जैसे ही भाजपा में कवायद शुरू होती है तो जो नाम सबसे पहले सुर्खियों में आता है, वो है कविता पाटीदार। राज्यसभा भेजे जाने की इस कवायद से पहले यह नाम इतना चर्चा में नहीं था। कुछ दिन मंथन चला और मध्यप्रदेश से कविता पाटीदार राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित हो गईं।
कविता पाटीदार भाजपा में पूर्व मंत्री रह चुके दिवंगत भेरूलाल पाटीदार की बेटी हैं। वे महू से आती हैं और संगठन के साथ ही जिला पंचायत से लेकर महिला आयोग की सदस्य के तौर पर काम कर चुकी हैं।
वेबदुनिया ने उनसे 2023 में होने वाले मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनावों से लेकर गुजरात चुनाव के बारे में विशेष चर्चा की। इस दौरान उन्होंने स्थानीय निकाय में ओबीसी आरक्षण से लेकर अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में चर्चा की। उन्होंने भाजपा को विकास की और कांग्रेस को खत्म हो चुकी पार्टी बताया। पढ़िए उनसे खास चर्चा
सवाल : अब तक आप अलग- अलग भूमिकाओं में काम करती रहीं हैं, अब राज्यसभा सांसद की ये जिम्मेदारी मिली है, आपकी क्या प्रतिक्रिया है?
जवाब : मैं हमारे पीएम मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, सीएम शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद प्रेषित करती हूं, मुझ जैसी छोटी कार्यकर्ता को यह जिम्मेदारी सौंपी। ईश्वर मुझे शक्ति दे कि मैं अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर सकूं।
सवाल : आपके नाम की चर्चा कहीं भी नहीं थी, अचानक आपका नाम आया, ये चौंकाने वाला फैसला नहीं है?
जवाब : भाजपा संगठन पर आधारित पार्टी है, ये सारे निर्णय संगठन करता है और जो संगठन का निर्णय है वो हमारे लिए शिरोधार्य है।
सवाल : आपके पिता भाजपा सरकार में मंत्री रहे हैं, आप पाटीदार समुदाय से आती हैं, क्या समुदाय को खुश करने के लिए और पिताजी की वजह से आपको ये जिम्मेदारी मिली?
जवाब : देखिए, भाजपा किसी को खुश करने के लिए काम नहीं करती है, पिताजी के जाने के बाद मैंने महिला मोर्चा की मंडल अध्यक्ष से शुरुआत की थी। फिर जिला उपाध्यक्ष बनी, दो बार जिला पंचायत का चुनाव लड़ा, एक बार सदस्य बनी, दूसरी बार जिला पंचायत अध्यक्ष बनी, फिर महिला आयोग की सदस्य भी बनी। प्रदेश मंत्री रही, अभी भी मैं प्रदेश की महामंत्री के दायित्व की भूमिका में थी। लगातार 16 साल से पार्टी का काम कर रही थी, मुझे लगता है कि मेरे कामों को देखते हुए मुझ ये दायित्व सौंपा गया है।
सवाल : फिर भी आपकी इस जिम्मेदारी से पार्टी को पाटीदार समुदाय और पिछड़ा वर्ग की तरफ से फायदा तो मिलेगा ही?
जवाब : भाजपा ने ओबीसी के अधिकारों का संरक्षण किया है। हमारे संगठन ने यह तय किया था कि स्थानीय निकाय ओबीसी के आरक्षण के बिना नहीं कराए जाएंगे। भाजपा जो बोलती है वो करती है, इसलिए भाजपा का यह संकल्प है कि स्थानीय निकाय ओबीसी के आरक्षण के साथ ही कराए जाएंगे।
सवाल : तो क्या पार्टी आरक्षण को बढ़ावा नहीं दे रही है?
जवाब : जब राज्यसभा के लिए यह अवसर मिला तो पार्टी ने मुझे ओबीसी वर्ग से मुझे और हमारे वाल्मिकी समुदाय से आने वाली सुमित्रा जी को मौका दिया। यानी भाजपा पार्टी सर्व-धर्म समभाव और सबका साथ सबका विकास के साथ चलती है।
सवाल : आप जिला पंचायत अध्यक्ष रहीं है, इसके बाद आप महिला आयोग की सदस्य भी रहीं हैं, भविष्य में महिलाओं के लिए आपकी क्या योजनाएं रहेगीं। उनके लिए कुछ सोचा है?
जवाब : मैं सौभाग्यशाली हूं कि मैं भाजपा की कार्यकर्ता हूं, पार्टी ने महिलाओं के लिए कई जनकल्याणकारी योजनाएं बनाई है। बेटी के जन्म, उसकी शिक्षा से लेकर उसकी शादी और आत्मनिर्भर बनाने के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने कई प्रयास किए हैं। मैं महिला सशक्तिकरण को आगे बढ़ाऊंगी। महिलाओं को उनके अधिकार मिलें, उन्हें योजनाओं का लाभ मिले यह प्रयास करूंगी।
सवाल : कांग्रेस के बारे में आपकी क्या राय है?
जवाब : कांग्रेस पूरी तरह से खत्म हो चुकी है। पिछले डेढ साल में उसने बता दिया कि कांग्रेस विकास करना नहीं जानती। कोई मील का पत्थर साबित नहीं किया कांग्रेस ने, जिसके बारे में वो बता सके कि कांग्रेस ने ये किया है। भाजपा विकास करती है, हम हर दिन को चुनाव में देखते हुए बूथ तक पार्टी को मजबूत करते हैं। कांग्रेस ने न विकास किया और न ही संगठन के नाम पर उनके पास कुछ है। जनता से झूठे वादे कर के उन्होंने सरकार तो बना ली, लेकिन कांग्रेस का झूठ सामने आ गया। जनता के सामने कांग्रेस का चेहरा सामने आ गया है। अब जनता कांग्रेस के झूठे छलावों में नहीं आएगी।
सवाल : मध्यप्रदेश में 2023 के चुनावों में भी आपकी भूमिका रहेगी?
जवाब : मुझे यकीन है, प्रदेश में 2023 के चुनाव भाजपा जीतेगी और 2024 में भी भाजपा ही जीत का परचम फहराएगी।
सवाल : गुजरात में बड़ी संख्या में पाटीदार समुदाय है, आपकी इस भूमिका का फायदा वहां भी पार्टी उठाना चाहेगी?
जवाब: देखिए, संगठन का आदेश मानना हम सब का कर्तव्य है, अगर पार्टी आदेश करेगी तो मैं जरूर गुजरात भी जाऊंगी।