2025 में सोने की मांग 700-800 टन के बीच रहेगी : डब्ल्यूजीसी के क्षेत्रीय मुख्य कार्यकारी अधिकारी (भारत) सचिन जैन ने कहा कि 2025 के लिए हमारा अनुमान है कि सोने की मांग 700-800 टन के बीच रहेगी। उम्मीद है कि शादी-ब्याह से जुड़ी खरीदारी से सोने के आभूषणों की मांग में सुधार होगा बशर्ते कीमतों में कुछ हद तक स्थिरता आए। गौरतलब है कि 2024 में सोने की कीमत रिकॉर्ड ऊंचाइयों तक पहुंच गई थी।
डब्ल्यूजीसी की स्वर्ण मांग रुझान, 2024 रिपोर्ट में कहा गया कि चौथी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) के दौरान मांग 265.8 टन पर स्थिर रही, जो 2023 की इसी अवधि में 266.2 टन के समान है। आभूषणों की मांग 2024 में 2 प्रतिशत घटकर 563.4 टन रह गई, जो 2023 में 575.8 टन थी। वहीं 2024 में सोने का आयात 4 प्रतिशत घटकर 712.1 टन रह गया। यह 2023 में 744 टन था।
इस बीच विश्व स्तर पर 2024 में सोने की मांग काफी हद तक स्थिर रही। यह 2023 की तुलना में 1 प्रतिशत मामूली वृद्धि के साथ 4,974 टन रही। इसकी मुख्य वजह उच्च कीमतें, कमजोर आर्थिक वृद्धि और बढ़ती वैश्विक अनिश्चितताओं के बाद आभूषणों की मांग में गिरावट है। डब्ल्यूजीसी की रिपोर्ट के अनुसार विश्व स्तर पर 2023 में कुल सोने की मांग 4,945.9 टन रही थी, जो 2024 में 4,974 टन हो गई।(भाषा)