सूचनाओं के मुताबिक, भारतीय नाविक इक्वाटोरियल गिनी में हिरासत में हैं। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बताया कि नाइजीरियाई पक्ष द्वारा 14 नवंबर को अदालत में दायर आरोप पत्र में नाविकों के खिलाफ तीन आरोप लगाए गए हैं, जिनमें षड्यंत्र करना, कानूनी तौर पर रोके जाने से बचना और कच्चे तेल का गैरकानूनी तरीके से निर्यात करना शामिल है।
विदेश मंत्री इस संबंध में राज्यसभा में एक सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा, सरकार को जहाज एमटी हेरोइक इदुन को अगस्त से ही निरुद्ध करने की जानकारी है और वह इस मामले में इक्वाटोरियल गिनी और नाइजीरिया में स्थित अपने दूतावासों की मदद से संबंधित अधिकारियों के संपर्क में हैं। वे लोग ओएसएम शिपिंग कंपनी के संपर्क में भी हैं।
जयशंकर ने बताया कि करीब 26 नाविकों को हिरासत में लिया गया है जिनमें से 16 भारतीय हैं जबकि बाकी पोलैंड, फिलीपीन और श्रीलंका के हैं। विदेशमंत्री ने बताया, अबुजा स्थित हमारा दूतावास जहाज एमटी हेरोइक इदुन पवर सवार हमारे सभी नाविकों को काउंसलर मदद उपलब्ध करा रहा है और उनकी जल्दी रिहाई के लिए काम कर रहा है।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)