दवे ने अपनी वसीयत में लिखा था कि अगर आप मेरी यादों को जिंदा रखना चाहते हैं तो पौधारोपण करें। उन्होंने जोर देकर कहा था कि वह अपने नाम पर कोई प्रतिमा, स्मारक या कोई पुरस्कार नहीं चाहते। दवे जीएम सरसों पर अंतिम फैसला लेने वाले थे।
मंत्रालय की संस्था दि जेनेटिक इंजीनियरिंग एप्रेजल कमेटी आनुवांशिक रूप से संवर्धित फसलों का आकलन करती है। इस संस्था ने 11 मई को जीएम सरसों के व्यावसायिक इस्तेमाल की सिफारिश भेजी थी। इसके बाद, इस मुद्दे पर अंतिम फैसला लेने का जिम्मा पर्यावरण मंत्री को सौंप दिया गया था। (वार्ता)