नई दिल्ली। दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान और इससे सटे भागों पर बना निम्न दबाव का क्षेत्र पश्चिमी दिशा की ओर बढ़ रहा है तथा जल्द ही यह कमजोर हो जाएगा। बंगाल की खाड़ी से उठा नया निम्न दबाव का क्षेत्र पश्चिमी तथा उत्तर-पश्चिमी दिशा की ओर बढ़ने वाला है तथा यह सिस्टम अगले 4 घंटों के भीतर ही और प्रभावी होकर गहरे निम्न दबाव में तब्दील हो जाएगा।
आईएमडी के अनुसार मानसून की अक्षीय रेखा इन दोनों सिस्टमों को जोड़ रही है और इसमें राजस्थान के अजमेर, ग्वालियर, वाराणसी और जमशेदपुर हैं। गुजरात के कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्र के साथ-साथ दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर कई जिलों में बीते 24 घंटों के दौरान भारी बारिश जारी रही। गुजरात के नलिया में 219 मिमी, द्वारका में 77 और ओखा में 63 मिमी की भारी बारिश दर्ज की गई। राजस्थान के माउंट आबू में 108 मिमी और बाड़मेर में 66 मिमी वर्षा हुई।
पश्चिम बंगाल, असम और तमिलनाडु के आंतरिक भागों में भी कुछ स्थानों पर मध्यम से भारी मानसूनी बौछारें दर्ज की गईं। पूर्वी राजस्थान, गुजरात के बाकी हिस्सों, कोंकण गोवा, दक्षिणी-आंतरिक कर्नाटक, मध्यप्रदेश, ओडिशा, पूर्वोत्तर भारत, जम्मू-कश्मीर, हिमाचलप्रदेश, उत्तराखंड में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई तथा मध्यप्रदेश में हल्की से मध्यम वर्षा के आसार हैं।
आगामी 24 घंटों के दौरान कहां बरसेगा मानसून? : अगले 24 घंटों के दौरान ओडिशा और गंगीय पश्चिम बंगाल में मध्यम से भारी के साथ कुछ स्थानों पर मूसलधार बारिश की संभावना है। बिहार के पूर्वी हिस्सों, झारखंड, छत्तीसगढ़, सिक्किम, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल, उत्तर-पूर्वी मध्यप्रदेश, दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान और गुजरात के कच्छ क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है तथा मध्यप्रदेश के बाकी हिस्सों और आंतरिक महाराष्ट्र के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिल सकती है।