सिंह ने कहा, एनसीबी ने अब जहाज और 200 किलोग्राम हेरोइन को जब्त कर लिया है। चालक दल के छह ईरानी सदस्यों को भी एनडीपीएस (स्वापक औषधि एवं मन:प्रभावी पदार्थ) अधिनियम, 1985 की संबंधित धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि हेरोइन 200 पैकेट में मिली थी, जिनमें से प्रत्येक में अफगानिस्तान और पाकिस्तान स्थित ड्रग कार्टेल से संबंधित विशिष्ट पहचान मौजूद हैं।
एनसीबी ने कहा, यद्यपि कुछ पैकेट पर 'स्कॉर्पियन' सील, जबकि अन्य पर 'ड्रैगन' सील के निशान थे। मादक पदार्थ को वाटरप्रूफ, सात-परत की पैकिंग में पैक किया गया था। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि जब्त की गई हेरोइन अफगानिस्तान से चली थी और पाकिस्तान ले जाई जा रही थी। इसे जब्त किए जा चुके जहाज में बीच समुद्र में लादा गया था।
एजेंसी ने कहा कि यह जहाज बाद में श्रीलंकाई जहाज को खेप की आगे डिलीवरी करने के लिए भारतीय जल सीमा में पहुंचा था। इसने कहा कि इस श्रीलंकाई जहाज की पहचान करने और उसे रोकने के प्रयास किए गए, लेकिन इसका पता नहीं चल सका। सिंह ने कहा कि आरोपियों ने समुद्र में कूदकर भागने की कोशिश की और खेप को पानी में फेंकने की भी कोशिश की।
एनसीबी ने कहा कि अरब सागर और हिंद महासागर के जरिए भारत में अफगान हेरोइन की तस्करी पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ी है। यद्यपि जहाज को गुरुवार को ही जब्त करके मट्टनचेरी लाया गया था, लेकिन अधिकारियों ने सिंह द्वारा आज आयोजित संवाददाता सम्मेलन से पहले कोई विवरण नहीं दिया था।(भाषा)