इनमें सर्वाधिक 88 हजार से अधिक लाभार्थी गुजरात के हैं। इसके बाद महाराष्ट्र के 74 हजार से अधिक, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से 15-15 हजार और तमिलनाडु से 10 हजार से अधिक लोगों ने इस योजना का लाभ लिया है।
मिश्र ने बताया कि 2022 तक एक करोड़ आवास निर्माण के लक्ष्य को देखते हुए घरों के निर्माण की मंजूरी का आंकड़ा 65 प्रतिशत के स्तर को पार कर गया है। उन्होंने कहा कि अभी 35 लाख घर निर्माणाधीन हैं और इनमें से बनकर तैयार हो चुके 12 लाख घर लाभार्थियों को दिए जा चुके हैं। इनमें से नौ लाख घर हरित आवास तकनीक पर आधारित हैं। (भाषा)