समाचारों के अनुसार, राजौरी की मंजाकोट तहसील में जम्मू-पुंछ हाईवे पर पड़ने वाले मिर्जा मोड़ पर सेना के एक गश्ती दल ने एक संदिग्ध वस्तु को देखा। फल की पेटी में एक आइईडी को छिपाकर रखा गया था। इस हाईवे पर सुबह आम लोगों के साथ-साथ सेना की भी गश्त होती है। ऐसे में आतंकियों ने यह साजिश रच रखी थी कि आइईडी की मदद से सेना या फिर आम लोगों को निशाना बनाया जा सके। आइईडी को देखते ही सेना के जवानों ने हाईवे पर वाहनों की आवाजाही को रोक दिया और तुरंत बम निरोधक दस्ते को सूचित किया।
आईईडी की खबर मिलते ही स्थानीय पुलिस टीम भी मौके पर पहुंच गई। बम निष्क्रिय दस्ते ने मौके पर पहुंच बड़े ही सुरक्षित ढंग से आइईडी को सड़क किनारे से हटाया और दूर ले जाकर उसे सुरक्षित ढंग से निष्क्रिय किया। इस बीच सेना, एसओजी की संयुक्त टीम ने मिर्जा मोड़ के आसपास के इलाकों में घेराबंदी कर आतंकियों की तलाश शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि हाईवे पर आइईडी रखने वाले आतंकी आसपास के इलाके में मौजूद हो सकते हैं।
आतंकियों द्वारा लगाई गई आइईडी को निष्क्रिय करने के बाद जम्मू-पुंछ हाईवे पर वाहनों की आवाजाही को बहाल कर दिया गया है। इससे पहले गत मंगलवार को श्रीनगर के बिजबेहाड़ा में भी आतंकियों ने आइईडी विस्फोट किया था। यह आइईडी एक टिप्पर में लगाई गई थी। विस्फोट में टिप्पर व उसके आसपास खड़े वाहनों को क्षति पहुंची थी और दो दिन पहले जम्मू के बस अड्डे से भी एक 7 किलो की आईईडी बरामद की गई थी।