pariksha pe charcha: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) के हालिया 'परीक्षा पे चर्चा' (Pariksha Pe Charcha) एपिसोड में शीर्ष पोषण विशेषज्ञों ने स्कूली छात्रों को पर्याप्त नींद लेने, घर का बना भोजन खाने और तनाव से बचने के लिए ज्यादा खाने से परहेज करने जैसे मंत्र साझा किए।ALSO READ: मोदी सर की क्लास! विद्यार्थी खुद को चुनौती दें, लेकिन परीक्षा का दबाव न लें
प्रधानमंत्री ने इस बार बदलाव किया : 'परीक्षा पे चर्चा' के वार्षिक कार्यक्रम के प्रारूप में प्रधानमंत्री ने इस बार बदलाव किया है। उन्होंने इस बार अधिक अनौपचारिक संवाद को प्राथमिकता दी और उन्हें बातचीत के लिए दिल्ली की प्रतिष्ठित सुंदर नर्सरी में ले गए। मुक्केबाज एम सी मैरी कॉम और आध्यात्मिक नेता सद्गुरु जग्गी वासुदेव जैसी प्रख्यात हस्तियों ने विभिन्न एपिसोड में जीवन और सीखने के प्रमुख पहलुओं पर अपने अनुभव और ज्ञान साझा किए।
अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने खुलकर बात की : अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने बुधवार को अवसाद के साथ अपने संघर्ष के बारे में खुलकर बात करते हुए तनाव प्रबंधन के गुर साझा किए। मैक्रोबायोटिक न्यूट्रिशनिस्ट और लेखक सभरवाल ने कहा कि घर का बना खाना सबसे अच्छा है (तनाव कम करने के लिए) बाजरा और ब्राउन राइस को आहार में शामिल किया जा सकता है। संतुलित भोजन करना चाहिए। बाजरा लगभग 8 घंटे तक आपका पेट भरा रख सकता है।ALSO READ: दीपिका पादुकोण ने स्टूडेट्स संग की परीक्षा पे चर्चा, बताया आज भी है गणित में कमजोर, पीएम मोदी का किया धन्यवाद
दिवेकर ने कहा कि परीक्षा के दौरान उन चीजों को खाना ठीक है जिनसे बेहतर महसूस होता हो लेकिन तनाव से निपटने के लिए उन्होंने अत्यधिक खाने से बचने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि इनमें विशेष रूप से जंक फूड, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ और चीनी शामिल हैं।
'लेबल पढ़ेगा इंडिया' पहल के बारे में हिमतसिंगका ने कहा कि यह विचार उन चीजों के बारे में जानना है जिनका लोग उपभोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर भारत में हर व्यक्ति लेबल पढ़ना शुरू कर दे तो उन्हें पता चल जाएगा कि वे क्या खा रहे हैं। मेरा लक्ष्य अगले 5 वर्षों में स्कूली पाठ्यक्रम में स्वास्थ्य को शामिल कराना है।ALSO READ: पीएम मोदी 10 फरवरी को करेंगे परीक्षा पे चर्चा, दीपिका पादुकोण से मैरी कॉम तक यह दिग्गज होंगे शामिल
'परीक्षा पे चर्चा' हर साल आयोजित होने वाला कार्यक्रम : 'परीक्षा पे चर्चा' हर साल आयोजित होने वाला कार्यक्रम है जिसमें मोदी, बोर्ड परीक्षा में शामिल होने जा रहे छात्रों से संवाद करते हैं। इस दौरान वह परीक्षा के तनाव और अन्य मुद्दों से संबंधित छात्रों के सवालों के जवाब भी देते हैं। स्कूल और कॉलेज के छात्रों के साथ संवाद कार्यक्रम का पहला संस्करण 2018 में दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित किया गया था। 7वां संस्करण भारत मंडपम में आयोजित किया गया था, जिसमें देश और विदेश के प्रतिभागियों ने भाग लिया था।
मोदी ने सोमवार को सुंदर नर्सरी में छात्रों के साथ खुलकर किए संवाद में कई मुद्दों पर बात की, जिसमें नेतृत्व के बारे में सीख, ध्यान, परीक्षा बनाम ज्ञान, 'काम करते समय एक बल्लेबाज की तरह ध्यान केंद्रित करना' और डर से नहीं बल्कि बुद्धिमानी से तकनीक का उपयोग करना जैसे विषय शामिल थे।(भाषा)