नई दिल्ली। आयकर विभाग के अधिकारियों का दल बेनामी संपत्ति के खिलाफ कानून के तहत कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा (Robert Vadra) का बयान दर्ज करने के लिए सोमवार को उनके कार्यालय पहुंचा। खबरों के विभाग की टीम ने रॉबर्ट वाड्रा से करीब 9 घंटे तक पूछताछ की।
वाड्रा को आयकर विभाग के कार्यालय पहुंचकर जांच में शामिल होना था, लेकिन उन्होंने कोविड-19 से संबंधित दिशा-निर्देशों का हवाला दिया। इसके बाद आयकर अधिकारियों का दल सुखदेव विहार स्थित उनके परिसर पहुंचा।
सूत्रों ने बताया कि आयकर विभाग का दल बेनामी संपत्ति लेन-देन (निषेध) कानून के प्रावधानों के तहत वाड्रा का बयान दर्ज करने पहुंचा।
ब्रिटेन में कथित तौर पर कुछ अघोषित आय रखने के आरोप में वाड्रा आयकर विभाग की जांच के दायरे में हैं। वे कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति हैं। प्रवर्तन निदेशालय भी धनशोधन विरोधी कानून के तहत वाड्रा के खिलाफ इन आरोपों की जांच कर रहा है।
पेशे से कारोबारी वाड्रा ने अपने खिलाफ लगे आरोपों और कुछ भी गलत करने से इंकार किया है। कांग्रेस ने कुछ महीने पहले कहा था कि वाड्रा के खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से कार्रवाई की जा रही है।