भारत में चीन के राजदूत ली झाओहुई ने चीनी गणतंत्र की स्थापना की 68वीं सालगिरह पर कल रात यहां आयोजित समारोह में कहा भारत और चीन के लिए अब आवश्यक हो गया है कि दोनों देश पुरानी बातों को भुलाकर संबंधों के नये अध्याय की शुरुआत करें। इतिहास हमें बहुत कुछ समझा सकता है। इतिहास के कंधों पर खड़े होकर हम वर्तमान के लिए बहुत कुछ कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा चीनी राष्ट्रपति शी जिनफिंग की ब्रिक्स देशों के सम्मेलन में हुई मुलाकात के बाद पर सहयोग के संदेश का स्मरण करते हुए उन्होंने कहा हमें मिलकर नाचना चाहिए। हमें बराबरी पर खड़ा होकर एक और एक ग्यारह बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत का सबसे बड़ा कारोबारी सहयोगी चीन रहा है और दोनों देशों ने द्विपक्षीय सहयोग और संबंधों के साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इसे बढावा दिया है।