रिपोर्ट में कहा गया कि रूसी हमले के बाद अमेरिका और यूरोप से मिली सैन्य सहायता के बाद यूक्रेन पिछले साल दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा हथियार आयातक बन गया। सिपरी से जुड़े वरिष्ठ अध्ययनकर्ता पीटर वेजेमेन ने कहा कि एक तरफ जहां पिछले साल हथियारों के आयात में गिरावट दर्ज की गई, वहीं रूस से बढ़ते तनाव के चलते यूरोपीय देशों में हथियार खरीद में तेजी देखी गई।
रिपोर्ट में कहा गया, भारत के हथियार आयात में गिरावट का संबंध जटिल खरीद प्रक्रिया, शस्त्र आपूर्तिकर्ताओं में विविधता लाना और आयात के स्थान पर घरेलू डिजाइन को तरजीह देने से है। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सिपरी) ने कहा कि वर्ष 2018-22 के दौरान दुनिया के 5 सबसे बड़े हथियार आयातक भारत, सऊदी अरब, कतर, ऑस्ट्रेलिया और चीन थे।
रिपोर्ट के मुताबिक, 5 सबसे बड़े हथियार निर्यातकों में अमेरिका, रूस, फ्रांस, चीन और जर्मनी शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2018-22 के दौरान दुनिया के आठवें सबसे बड़े हथियार आयातक पाकिस्तान द्वारा आयात में 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिसमें चीन इसका मुख्य आपूर्तिकर्ता रहा। (फाइल फोटो)