सीएमआईई द्वारा मंगलवार को जारी इस रिपोर्ट से मोदी सारक की मुश्किल बढ़ सकती है। सीएमआईई के प्रमुख महेश व्यास ने Reuters से बातचीत में बताया कि बेरोजगारी दर में इतनी भारी बढ़ोतरी ऐसे समय में हुई है जब जॉब तलाशने वालों की संख्या कम हुई है। उन्होंने बताया कि पिछले साल फरवरी में 40.6 करोड़ लोग काम कर रहे थे, जबकि इस साल यह आंकड़ा 40 करोड़ है।