ईटानगर/गुवाहाटी। अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम कामेंग जिले में मांडला के समीप गुरुवार सुबह सेना का एक चीता हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया और इस हादसे में 2 पायलट की मौत हो गई।रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने एक ट्वीट में कहा, लेफ्टिनेंट कर्नल वीवीबी रेड्डी और मेजर जयंत ए. को मेरी हार्दिक श्रद्धांजलि, जिन्होंने अरुणाचल प्रदेश में एक दुखद हेलीकॉप्टर दुर्घटना में अपनी जान गंवा दी।
एक रक्षा प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मृतक अधिकारियों की पहचान लेफ्टिनेंट कर्नल वीवीबी रेड्डी और सह-पायलट मेजर जयनाथ ए. के रूप में की गई है। रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने गुवाहाटी में बताया कि हेलीकॉप्टर असम के सोनितपुर जिले से अरुणाचल प्रदेश के तवांग जा रहा था।
उन्होंने बताया कि हेलीकॉप्टर को उड़ान के दौरान प्रतिकूल मौसम का सामना करना पड़ा और वह दुर्घटना के वक्त मिस्सामारी लौट रहा था। रावत ने कहा, हेलीकॉप्टर का सुबह करीब नौ बजकर 15 मिनट पर वायु यातायात नियंत्रण (एटीसी) से संपर्क टूट गया।
भारतीय सेना, एसएसबी और आईटीबीपी के पांच खोजी दलों को तत्काल हेलीकॉप्टर की तलाश में लगाया गया। मांडला के पूर्वी गांव बांगलजाप के समीप हेलीकॉप्टर का मलबा मिला। उन्होंने कहा, हादसे की वजह का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दिए गए हैं।
पूर्वी कमान ने ट्वीट कर कहा कि सेना शोक संतप्त परिवार के साथ है। उसने कहा, लेफ्टिनेंट जनरल आर कलिता और सभी अधिकारी मांडला में चीता हेलीकॉप्टर उड़ाते समय ड्यूटी के दौरान लेफ्टिनेंट कर्नल वीवीबी रेड्डी और मेजर जयनाथ ए. के सर्वोच्च बलिदान को नमन करते हैं।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने एक ट्वीट में कहा, लेफ्टिनेंट कर्नल वीवीबी रेड्डी और मेजर जयंत ए. को मेरी हार्दिक श्रद्धांजलि, जिन्होंने अरुणाचल प्रदेश में एक दुखद हेलीकॉप्टर दुर्घटना में अपनी जान गंवा दी। हम कर्तव्य के पालन में उनके बलिदान, सेवा और समर्पण को सलाम करते हैं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।
इससे पहले, विशेष जांच शाखा के पुलिस अधीक्षक रोहित राजबीर सिंह ने बताया कि दिरांग में ग्रामीणों ने दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर को जलते हुए देखा और उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को सूचना दी। सिंह ने कहा, दिरांग में बांगलजाप के ग्रामीणों ने करीब साढ़े 12 बजे हेलीकॉप्टर को जलते देखा।
उन्होंने कहा कि उस क्षेत्र में 'मोबाइल कनेक्टिविटी' नहीं है और इतना अधिक कोहरा फैला है कि कि दृश्यता घटकर महज पांच मीटर रह गई है।Edited By : Chetan Gour (भाषा)