सकते हैं और ये पलटते नहीं हैं।
दरअसल, इस ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त हुए एस-2 कोच में इंदौर से उज्जैन तक इस ट्रेन में नियमित रूप से सफर करने वाले एक यात्री को पहली बार उन्हें लगा कि पहियों में कुछ अलग तरह की आवाज आ रही थी।
उन्होंने एस-2 कोच में हीं मौजूद रेलवे के कुछ अधिकारियों और टीसी को इस बारे में बताया भी था, लेकिन रेलवे अधिकारियों ने इसे सामान्य बताकर टाल दिया। अगर उनकी बात सुन ली जाती तो हो सकता है कि यह हादसा नहीं होता।
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्वीट किया, 'जांच दल हादसे के कारण की जांच तुरंत शुरू करेगा। प्रभावितों को सभी जरूरी सहायता दी जाएगी, हम उनका ख्याल रखेंगे।'