बड़ी खबर, कश्मीर में ISIS से जुड़े दो आतंकी ढेर

सुरेश एस डुग्गर
श्रीनगर। कश्मीर में आईएसआईएस पहुंच चुका है। बीसियों युवाओं ने उसका हाथ थाम लिया है। गुरुवार देर रात मारे गए आईएस के दो आतंकियों की मौत के बाद कश्मीर पुलिस ने इसको स्वीकार कर लिया है। उसकी स्वीकारोक्ति के बाद कश्मीर में दहशत का माहौल है। हालांकि पुलिस का दावा था कि दहशतजदा होने की जरूरत नहीं है क्योंकि सुरक्षाबलों के लिए सभी आतंकी सिर्फ आतंकी हैं वे चाहे किसी भी गुट से जुड़े हों।


पुलिस के अनुसार, कश्मीर में श्रीनगर के बाहरी इलाके में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए दो आतंकवादी इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) से संबद्ध समूह से जुड़े थे। मुठभेड़ गुरुवार रात बलहामा इलाके में हुई थी। पुलिस ने एक बयान में कहा कि मुठभेड़ के दौरान मारे गए दोनों आतंकवादियों की पहचान त्राल के रासिक नबी भट्ट और अवंतीपोरा के शबीर डार के रूप में हुई है।’ यह दोनों आतंकवादी अंसार गजवतुल हिंद के सदस्य थे।

बयान के अनुसार पुलिस रिकॉर्ड से पता चला है कि यह दोनों पिछले साल इस समूह में शामिल हुए थे। आगे की जांच जारी है। हालांकि इस मुठभेड़ में तीसरे आतंकी की तलाश जारी है। उसके बच निकलने की संभावना जताई जा रही है। यह पता नहीं चल पाया है कि भागने वाला तीसरा आतंकी किस गुट का था। दरअसल कश्मीर में पिछले कुछ अरसे से आतंकी गठजोड़ बनाकर सुरक्षाबलों पर हमले कर रहे हैं।

इस मुठभेड़ में गोलीबारी के दौरान लगी आग में आतंकी ठिकाना बने दो मकानों समेत चार मकान क्षतिग्रस्त हुए, जबकि आतंकियों की समर्थक हिंसक भीड़ में एक थाना प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मियों को गंभीर चोटें पहुंची। आईएस के कश्मीर में आने की आधिकारिक घोषणा से दो दिन पहले ही कश्मीर में उसके आतंकियों के मारे जाने की खबर की पुष्टि भी अब पुलिस करने लगी है।

दरअसल दक्षिण कश्मीर के हाकूरा में मारे गए आईएसआईएस से संबधित अबजार उर्फ अबु जरार की नागरिकता को लेकर बने भ्रम को तेलंगाना पुलिस ने दूर करते हुए बताया कि वह हैदराबाद के पास स्थित मानगुरु इलाके का रहने वाला था। राज्य पुलिस महानिदेशक डॉ. एसपी वैद ने भी ट्वीट कर इस तथ्य की पुष्टि की थी। हालांकि कश्मीर में आतंकी हिंसा में भाग लेते हुए दक्षिण भारत से संबधित कई आतंकी पहले भी मारे जा चुके हैं।

लेकिन अल-कायदा या आईएसआईएस से संबधित किसी दक्षिण भारतीय आतंकी के कश्मीर में मारे जाने का यह पहला मामला था। इस बीच, प्रशासन ने अफवाहों पर काबू पाने के लिए पांपोर, खुनमोह, अवंतीपोर, पुलवामा और बीजबेहाड़ा समेत दक्षिण कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में टूजी, थ्री जी, फोर जी और ब्रांडबैंड समेत इंटरनेट की विभिन्न सेवाओं की गति को भी सीमित कर दिया है। बनिहाल-श्रीनगर के बीच रेल सेवा को भी एहतियातन बंद रखा गया है।

गौरतलब है कि बलहामा मुठभेड़ गत वीरवार को उस समय शुरू हुई थी, जब एक स्थानीय भाजपा नेता अनवर खान के अंगरक्षक पर हमले में लिप्त आतंकियों को पकड़ने के लिए सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान चलाया था। गोलीबारी के पहले इन आतंकवादियों ने भाजपा के एक नेता के वाहन पर गोलीबारी की थी, जिसमें उनका सुरक्षाकर्मी मामूली रूप से घायल हो गया था।

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