Rajya Sabha: राज्यसभा (Rajya Sabha) में मंगलवार को कांग्रेस (Congress) की एक सदस्य ने अमेरिका द्वारा कुछ भारतीयों को निर्वासित (deportation of some Indians) किए जाने की खबरों पर चिंता जताते हुए सरकार से प्रश्न किया कि इस मामले के समाधान के लिए वह क्या कर रही है और इसमें आगे का रास्ता क्या हो सकता है?
उच्च सदन में राष्ट्रपति अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए कांग्रेस की रेणुका चौधरी ने यह मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि आज की खबर है कि पढ़े-लिखे शिक्षित लड़कों को जिन्हें हमने (अभिभावकों ने) विदेश भेजा है, अमेरिका में ट्रंप साहब सैन्य विमानों में उन्हें सैकड़ों की संख्या में बैठाकर वापस भिजवा रहे हैं। इस मामले में आगे का रास्ता क्या होगा। राष्ट्रपति अभिभाषण में मुद्दों के समाधान के लिए आगे का रास्ता बताया जाता है।ALSO READ: राज्यसभा में भड़के खरगे, तू चुप बैठ, तेरे बाप का भी मैं साथी था
भारतीय छात्रों को सैन्य विमानों से भरकर वापस भेजा जा रहा : चौधरी ने सवाल किया कि अमेरिका से भारतीय छात्रों को सैन्य विमानों से भरकर वापस भेजा जा रहा है, उसके बारे में राष्ट्रपति अभिभाषण में कुछ क्यों नहीं कहा गया? गौरतलब है कि अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता संभालते ही आव्रजन नियमों को कड़ाई से पालन किया जा रहा है तथा ऐसी खबरें हैं कि एक अमेरिकी सैन्य विमान से कुछ गैर-कानूनी प्रवासियों को भारत भेजा जा रहा है।
चौधरी ने कहा कि राष्ट्रपति अभिभाषण स्वयं राष्ट्रपति नहीं लिखतीं बल्कि सरकार उन्हें अपनी योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में लिखकर देती है। उन्होंने कहा कि हमें महिलाओं का सम्मान करने की आदत है। हमारे पास इंदिरा गांधी एवं सोनिया गांधी जैसी कद्दावर नेता हैं।
उन्होंने भारतीय मुद्रा रुपए का मूल्य अमेरिकी डालर की तुलना में गिरते जाने पर चिंता जताते हुए कहा कि वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक बार कहा था कि रुपए का जो मूल्य गिर रहा है, वह देश में भ्रष्टाचार के कारण गिर रहा है। कांग्रेस सदस्य ने प्रधानमंत्री से प्रश्न किया कि आज रुपया जो गिर रहा है, उस पर प्रधानमंत्री मोदी का क्या कहना है?ALSO READ: YSRCP नेता विजयसाई रेड्डी ने क्यों छोड़ी राज्यसभा की सदस्यता?
कांग्रेस सदस्य ने कहा कि आज महिलाओं को यह सलाह दी जा रही है कि वे अधिक बच्चे पैदा करें। उन्होंने कहा कि अधिक बच्चे पैदा करने से क्या होगा, सिवाय देश में बेरोजगारी बढ़ने के। उन्होंने कहा कि देश के समक्ष आज जो ज्वलंत मुद्दे हैं, उनका राष्ट्रपति अभिभाषण में कोई समाधान नहीं दिया है, आगे का कोई रास्ता नहीं बताया गया है।
चौधरी ने कहा कि वे एक आस्तिक हिन्दू हैं और वे जानती हैं कि कुंभ में गंगा स्नान करने से पाप धुल जाते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार यदि कुंभ स्नान में डुबकी लगाने पर टैक्स लगाती तो वह काफी धन संग्रह कर सकती है। उन्होंने प्रश्न किया कि भारतीय जनता पार्टी में ऐसी कौन सी डुबकी लगाई जाती है कि उसे लगाने के बाद लोगों के सारे आर्थिक पाप मिट जाते हैं?
उन्होंने प्रश्न किया कि संसद सत्र बुलाने की क्या आवश्यकता है, संसदीय समिति की बैठकों की आवश्यकता है, जब संसद में दिए गए आश्वासनों को पूरा नहीं किया जाए। उन्होंने कहा कि 2014 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने तेलंगाना और आंध्रप्रदेश के लोगों से संसद में कुछ वादे किए थे। उन्होंने कहा कि उन आश्वासनों को अभी तक क्यों नहीं पूरा किया गया।
उन्होंने कहा कि आंध्रप्रदेश में आदिवासी विश्वविद्यालय बनाने के लिए संसद में दिए गए आश्वासन के नौ साल बीत गए हैं किंतु आज तक कुछ नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि यह सरकार द्वारा दी गई कोई भीख नहीं बल्कि लोगों का अधिकार है।
चौधरी ने आरोप लगाया कि दक्षिण भारत के राज्यों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, केरल आदि को कुछ नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि दक्षिण राज्यों में आई बाढ़ के बाद भी केंद्र ने मदद के लिए कुछ नहीं किया। द्रमुक की कानिमोझी एनवी सोमू ने चर्चा में भाग लेते हुए केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वे तमिलनाडु के साथ सौतेला व्यवेार किया जा रहा है।(भाषा)