पुलिस ने बताया कि वैज्ञानिक की पहचान पश्चिमी दिल्ली के पीरागढ़ी निवासी राकेश मलिक (55) के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि शव शास्त्री भवन के गेट नंबर दो के सामने मिला, जिसमें केंद्र सरकार के कई मंत्रालय हैं। पुलिस ने कहा कि वह राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र में आईटी निदेशक के पद पर तैनात थे।
पुलिस ने कहा कि उन्हें मौके पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, लेकिन उनके अवसाद में रहने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस उपायुक्त (नयी दिल्ली) अमृता गुगुलोथ ने कहा कि शास्त्री भवन से एक व्यक्ति के कूदने के बारे में सूचना मिली थी। जब स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची, तो उस व्यक्ति की पहचान राकेश मलिक के रूप में हुई।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि जब राकेश के परिवार से इस कदम के संभावित कारण के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि वे हैरान और अनजान हैं कि उन्होंने यह कदम क्यों उठाया। पुलिस ने बताया कि उनके परिवार में पत्नी और दो बेटियां हैं। पुलिस के अनुसार परिवार ने न तो कोई आरोप लगाया है और न ही उन्हें किसी तरह की साजिश का संदेह है।