नंदा देवी पर लापता 8 पर्वतारोहियों में से 7 के शव मिले

Webdunia
रविवार, 23 जून 2019 (21:32 IST)
नई दिल्ली/ नैनीताल। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के पर्वतारोहियों ने उत्तराखंड में नंदा देवी के निकट लापता हुए 8 पर्वतारोहियों में से सात के पार्थिव शरीर खोज निकाले हैं।
 
आईटीबीपी के प्रवक्ता के अनुसार पर्वतारोहियों के पार्थिव शरीर उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में नंदा देवी पूर्व के निकट एक अज्ञात चोटी पर मिले हैं। इनमें एक महिला भी शामिल है। उन्होंने कहा कि आठवें लापता पर्वतारोही की तलाश सोमवार को फिर से की जाएगी।
 
इन पर्वतारोहियों का 21 हजार फुट ऊंची चोटी पर पता चला है। माना जा रहा है कि ये गत 26 मई को यहीं से लापता हुए थे। बल के पर्वतारोहियों ने इनका पता लगाने के लिए पिछले सप्ताह अभियान शुरू किया था। इनमें चार ब्रिटिश, दो अमेरिकी और एक-एक आस्ट्रेलियाई तथा भारतीय है।
 
पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि आईटीबीपी के पर्वतारोहियों का एक दल दो दिन पहले प्रभावित क्षेत्र में पहुंच गया था। दल की ओर से रविवार की सुबह तड़के खोज अभियान चलाया गया। दल को रविवार को कामयाबी मिली है। 8 में से 7 पर्वतारोहियों के शव बरामद कर लिए गए हैं।
 
उन्होंने कहा कि इनमें एक महिला पर्वतारोही का भी शव है। इन शवों को एक स्थान पर एकत्र किया गया है। दल के सदस्य आठवें पर्वतारोही का पता लगाने के लिए कल फिर खोज अभियान चलाएंगे। इसके बाद सभी शवों को एक सुरक्षित स्थान पर एकत्र किया जाएगा। इसके बाद वायुसेना के एमआई-17 हेलीकाप्टर से सभी शवों को पिथौरागढ़ लाया जा सकेगा।
 
आईटीबीपी के सूत्रों ने बताया कि पर्वतारोहियों को खोजने के लिए 32 सदस्यीय दल नंदा देवी अभियान पर गया हैं। इनमें से आईटीबीपी के दो दर्जन से अधिक कुशल पर्वतारोही शामिल हैं।
 
पूरे दल को दो भागों में बांटा गया है। 8 से 10 सदस्य नंदा देवी के प्रभावित क्षेत्र में गए हैं जबकि बाकी सदस्य दूसरे आधार शिविर पर ही रुके हुए हैं। ये सदस्य उनकी सहायता के लिए दूसरे आधार शिविर पर डेरा डाले हुए हैं।
 
उल्लेखनीय है कि विदेशी पर्वतारोहियों का एक दल पिछले महीने 10 मई को नंदा देवी (ईस्ट) के अभियान पर गया था। इनमें से कुछ सदस्य अभियान को पूरा कर लौट आए थे। इस दल का नेतृत्व अल्मोड़ा निवासी चेतन पांडे कर रहे थे जबकि 7 पर्वतारोही विदेशी थे। सभी लापता हो गए थे।
 
ऐसा अनुमान लगाया जा रहा था कि उच्च हिमालयी क्षेत्र में हुए हिमस्खलन की चपेट में पूरा दल आ गया था। इनसे अंतिम बार गत 26 मई को बातचीत हो पाई थी।
 
इसके बाद गत 31 मई को इनके लापता होने के बारे में खबर मिली। लापता पर्वतारोहियों को खोजने के लिए वायुसेना और आईटीबीपी की ओर से एक संयुक्त अभियान चलाया गया जिसमें नंदा देवी पर कुछ शव दिखाई दिए जिसके बाद अनुमान लगाया गया कि ये शव लापता पर्वतारोहियों के हो सकते हैं।
 
पिथौरागढ़ प्रशासन की ओर से इस पूरे मामले की जानकारी केन्द्र सरकार को दी गई। इसके बाद वायुसेना के एक एमआई-17 हेलीकाप्टर उपलब्ध आईटीबीपी के दल को उपलब्ध कराया गया। वायुसेना की ओर से गत सप्ताह आईटीबीपी के 14 सदस्यीय दल को नंदा देवी के पहले आधार शिविर पर उतारा गया।
 
दल के कुछ सदस्य मुनस्यारी के रास्ते भी पैदल गए। इस अभियान को सफल बनाने के लिए आईटीबीपी के पर्वतारोही आधुनिक उपकरण अपने साथ ले गए हैं। लापता पर्वतारोहियों में चार ब्रिटेन, तीन अमेरिका और एक आस्ट्रेलिया की महिला पर्वतारोही है। उत्तराखंड निवासी चेंतन पांडे भी इनके साथ शामिल थे। 
 
लापता विदेशी पर्वतारोहियो में मार्टिन मोरन (ब्रिटेन), जोन मैकलारेन (ब्रिटेन), रूपर्ट बेवेल (ब्रिटेन), रिचर्ड (पयाने) (ब्रिटेन), रथ मैक्केन (ऑस्ट्रेलिया), एंथोनी सुडेकम (अमेरिका) तथा रॉनाल्ड बेमेल (अमेरिका) शामिल हैं।
(Photo courtesy :  ITBP Twitter)

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