रमेश ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री आज वर्धा जा रहे हैं। इन तीन सवालों के जवाब उन्हें अवश्य देने चाहिए। किसानों की आत्महत्या रोकने के लिए प्रधानमंत्री क्या कर रहे हैं? वन अधिकार कानून को लागू करने के मामले में भाजपा ने आदिवासियों को निराश क्यों किया है? गांधी और गोडसे के बीच प्रधानमंत्री कहां खड़े हैं?
उन्होंने कहा कि वर्धा वह शहर है जहां कभी महात्मा गांधी रहते थे। प्रधानमंत्री की पार्टी आज महात्मा के आदर्शों पर खतरनाक ढंग से हमला कर रही है। उनके कुछ नेताओं ने महात्मा के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया और उनका मजाक उड़ाया है। भाजपा के कई नेताओं ने कहा कि वे गोडसे और गांधी के बीच चयन करने में असमर्थ हैं।
रमेश के अनुसार, पिछले साल 60 प्रतिशत ज़िलों को सूखे की स्थिति का सामना करना पड़ा लेकिन सरकार से कोई मदद नहीं मिली। कांग्रेस महासचिव ने सवाल किया कि महाराष्ट्र और भारत के किसानों का समर्थन करने के लिए भाजपा के पास क्या दृष्टिकोण है?