उन्होंने कहा कि कुछ एसपीओ को प्रशासनिक कारणों से सेवा विस्तार नहीं दिया गया है लेकिन कुछ शरारती तत्व ऐसा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि उन्होंने इस्तीफा दिया है। वास्तविकता यह है कि राज्य में अब आतंकवादी बचाव की मुद्रा में हैं और अकेले शोपियां में ही इस साल 28 आतंकवादी मारे जा चुके हैं। जम्मू कश्मीर पुलिस के आक्रामक रुख के चलते आतंकवादियों को खदेड़ा जा रहा है और वे पूरी तरह हताश हैं।