जानकारी के लिए 11 अक्टूबर, 2021 को चमरेर के जंगलों में सेना के 5 जवानों ने अपने प्राण गंवाए जबकि 16 अक्टूबर 2021 को भट्टा दुरियन जंगलों में 4 अन्य शहीद हो गए। उनमें से दो जेसीओ थे। आतंकवादियों का पता नहीं चल पाया है।
इसी तरह से 30 अक्टूबर 2021 को राजौरी के नौशेरा सेक्टर में सेना के दो और जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी जबकि 11 अगस्त 2022 को राजौरी के दरहाल इलाके के परगल में हुए आतंकी हमले में सेना के 5 जवान शहीद हो गए, जबकि 2 फिदायीन मारे गए।
आंकड़े बताते हैं कि 20 अप्रैल, 2023 को पुंछ के मेंढर इलाके के भट्टा दुरियन में सेना के 5 जवान शहीद हो गए, जबकि ठीक एक पखवाड़े बाद राजौरी जिले के कंडी में आतंकवादियों द्वारा किए गए आईईडी विस्फोट में पांच पैरा कमांडो शहीद हो गए और एक मेजर घायल हो गए।
यह क्रम इस साल भी जारी है। इसमें 28 अप्रैल 2024 को उधमपुर जिले के बसंतगढ़ में एक वीडीजी जवान शहीद हो गया, 4 मई 2024 को पुंछ के सुरनकोट में एक भारतीय वायुसेना के जवान ने अपनी जान गंवा दी, जबकि 11 जून 2024 को कठुआ के हीरानगर में एक सीआरपीएफ जवान ने अपनी जान कुर्बान कर दी। और अब कठुआ जिले के बिलावर इलाके के मच्छेड़ी में कल सेना के 5 जवान शहीद हो गए।