सिन्हा ने एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में कहा, 'ऐसा क्यों है कि हम स्वामी जी को बहुत प्रेरणादायी मानते हैं? मुझे लगता है कि इसके तीन पहलू हैं। पहला वह बहुत मानवीय थे..वह सार्वभौमिक भी थे। कई मायनों में वह एक वैश्विक नेता के तौर पर देखे गए होंगे।'
इस कार्यक्रम में माधव ने मोदी की तुलना सीधे तौर पर स्वामी विवेकानंद से नहीं की, लेकिन कहा, 'वह (स्वामी विवेकानंद) निर्भीक थे..वह साहसी थे..नरेंद्र दास और साहस के बीच कुछ निहित संबंध हैं।' (भाषा)