8 पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतारने वाला विकास दुबे कैसे उत्तरप्रदेश से सुरक्षित निकल कर मध्यप्रदेश के उज्जैन के महाकाल मंदिर तक पहुंच गया, इस बात पर अब भी रहस्य बना हुआ है। यूपी एसटीएफ ने अब विकास दुबे के उन मददगारों पर अपना शिकंजा कर दिया है जो हत्याकांड के बाद विकास दुबे की मदद कर रहे थे, इस बीच यूपी STF ने ग्वालियर ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
ये चौंकाने वाला खुलासा उस ऑटो ड्राइवर से पूछताछ में हुआ है जिसमें गैंग्स्टर विकास दुबे महाकाल मंदिर में दर्शन से पहले रामघाट से लेकर महाकाल मंदिर तक करीब 3 घंटे तक घूमता रहा लेकिन किसी ने उसको नहीं पहचाना। बताया जा रहा है कि विकास दुबे के ऑटो से घूमने के दौरान यूपी नंबर की एक गाड़ी लगातार उसके पीछे लगी रही।
इस बीच सोशल मीडिया पर एक सीसीटीवी वीडियो वायरल हुआ है जिसमें साफ तौर पर दिखाई दे रहा हैं कि विकास दुबे किस तरह गिरफ्तारी से पहले महाकाल मंदिर में घूमता रहा और किसी ने उसको नहीं पहचाना और पहचाना भी तो रोकने-टोकने की हिम्मत भी नहीं कर सका। इस दौरान मंदिर में एंट्री से पहले के एक वीडियो में साफ दिख रहा है कि विकास दुबे किसी भी तरह अपनी पहचान छुपाने की कोशिश भी नहीं कर रहा है।
UP-STF ने मध्यप्रदेश के मददगारों पर कसा शिकंजा- विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद उसके उज्जैन पहुंचने की पूरी कड़ी खंगालने के लिए यूपी एसटीएफ की टीम ने उज्जैन में डेरा डाल दिया है। विकास दुबे कैसे उज्जैन पहुंचा, किन लोगों ने विकास दुबे की मदद की, कैसे पुलिस और खुफिया एजेंसियों को मोस्ट वांटेड विकास दुबे के उज्जैन पहुंचने की भनक नहीं लगी। इन सभी रहस्यों से पर्दा हटाने की कोशिश में पुलिस जुटी हुई है। विकास दुबे के महाकाल मंदिर से नाटकीय अंदाज में गिरफ्तारी के पीछे ऐसा कौन सा मास्टरमाइंड था जिस पर भरोसा कर विकास दुबे एक तरह से सरेंडर कर दिया था।