जून 2013 को 16 और 17 जून को केदारनाथ में मची भारी तबाही के बाद केंद्र ने वायुसेना को रेस्क्यू के लिए भेजा 19 जून 2013 को रेस्क्यू के दौरान जंगल चट्टी में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, लेकिन गनीमत थी कि कोई हताहत नहीं हुआ।
2016 में भी केदार घाटी में एक हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ। सेना का एमआई-17 बिजली के तार से उलझकर 2018 में केदारघाटी में क्रैश हो गया। इस हादसे में सभी सवार सुरक्षित बच गए थे। यूटी एयर हेली कंपनी का हेलीकॉप्टर टेकऑफ करते हुए 2019 में केदारनाथ में क्रैश हो गया था। इस हादसे में भी सभी यात्री सुरक्षित थे,
समुद्रतल से 11750 फुट की ऊंचाई पर स्थित केदारनाथ में केदार के दर्शन कराने के लिए 18 साल से हेली सेवा संचालित हो रही है, लेकिन, अभी तक व्यवस्थित उड़ान के लिए कहीं भी एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर स्थापित नहीं किया गया है जबकि यह तीनतरफा पहाड़ियों से घिरा हुआ है।