Weather Update: देश के अनेक भागों में अब भीषण गर्मी (scorching heat) से धीरे-धीरे निजात मिलना शुरू हो गया है। अब दक्षिण-पश्चिम मानसून (southwest monsoon) की एंट्री हो गई है और वह तेज गति से अन्य हिस्सों में आगे बढ़ रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 8 जून से कर्नाटक और महाराष्ट्र के तट पर की गतिविधि में वृद्धि की भविष्यवाणी की है। इसके अलावा आईएमडी (IMD) द्वारा उत्तर-पश्चिम भारत में बारिश व गरज के साथ बारिश की संभावना जताई गई है।
भीषण गर्मी से राहत मिलना शुरू : देश के कई हिस्सों में भीषण गर्मी से लोगों को धीरे-धीरे राहत मिल रही है। मानसून ने भी अपनी आमद दर्ज कर दी है और वह तेज गति से अन्य हिस्सों में आगे बढ़ रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 8 जून से कर्नाटक और महाराष्ट्र के तट पर की गतिविधि में वृद्धि की भविष्यवाणी की है। इसके अलावा IMD ने उत्तर-पश्चिम भारत में बारिश के साथ गरज के साथ बारिश की आशंका जताई है।
यहां चलेगी लू : मौसम विभाग के अनुसार उत्तरी मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश और पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में लू चलने का अनुमान है। IMD के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून महाराष्ट्र, तटीय आंध्रप्रदेश, उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और मध्य अरब सागर के कुछ हिस्सों तक पहुंच गया है। मौसम विभाग ने यह भी भविष्यवाणी की है कि अगले 2-3 दिनों में मानसून तटीय आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, दक्षिण ओडिशा, दक्षिण छत्तीसगढ़ और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के शेष हिस्सों तक पहुंच जाएगा।
यहां पहुंचा दक्षिण-पश्चिम मानसून : दक्षिण-पश्चिम मानसून के मध्य अरब सागर के शेष भाग, कर्नाटक के शेष भाग, दक्षिण महाराष्ट्र के कुछ भाग, तेलंगाना के कुछ और भाग, तथा तटीय आंध्रप्रदेश, दक्षिण छत्तीसगढ़ के कुछ भाग, तथा दक्षिण-पश्चिम मध्य और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में अगले 24 से 48 घंटों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।
पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और उसके आस-पास के क्षेत्रों पर एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में देखा जा रहा है। दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। उत्तर-पश्चिम मध्यप्रदेश पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। उत्तर-पश्चिमी मध्यप्रदेश के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण से पूर्वी मध्यप्रदेश और झारखंड होते हुए पश्चिम बंगाल तक एक पूर्व-पश्चिमी द्रोणिका फैली हुई है।
पूर्व मध्य में चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 3.1 से 5.8 किलोमीटर ऊपर म्यांमार तट से जुड़ रहा है। पश्चिम उत्तरप्रदेश के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। पश्चिम उत्तरप्रदेश के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण से पूर्वी उत्तरप्रदेश, झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल होते हुए पूर्वी बांग्लादेश तक एक द्रोणिका फैली हुई है। दक्षिण गुजरात के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। उत्तर-पूर्वी असम के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल : पिछले 24 घंटों के दौरान केरल, तमिलनाडु, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना के कुछ हिस्सों और दक्षिण कोंकण और गोवा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। तटीय कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा, विदर्भ के कुछ हिस्सों, ओडिशा, दक्षिण-पूर्वी झारखंड, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और जम्मू-कश्मीर में हल्की से मध्यम बारिश हुई।
पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में धूलभरी आंधी : पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश के साथ धूलभरी आंधी चली। दिल्ली और एनसीआर में भी रात के समय धूलभरी आंधी चली। सिक्किम, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, दक्षिण मध्यप्रदेश, तटीय आंध्रप्रदेश और लक्षद्वीप में हल्की बारिश हुई। हरियाणा और पश्चिमी उत्तरप्रदेश के कुछ हिस्सों में लू की स्थिति रही।
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार आज शनिवार को कर्नाटक, केरल के कुछ हिस्सों, लक्षद्वीप, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है। विदर्भ, सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत, दक्षिण गुजरात, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
ओडिशा, दक्षिण गुजरात के कुछ हिस्सों, पूर्वी राजस्थान और बिहार और झारखंड के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश संभव है। पश्चिमी राजस्थान, पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों, पंजाब और हरियाणा में कई जगहों पर धूलभरी आंधी के साथ गरज के साथ छींटें पड़ सकते हैं। दिल्ली और आसपास के इलाकों में धूलभरी आंधी के साथ हल्की बारिश संभव है। पूर्वोत्तर मध्यप्रदेश, झारखंड, पंजाब, हरियाणा, बिहार और ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में गर्म हवाएं चल सकती हैं।(Photo courtesy: IMD)