Weather Updates: देश के कई हिस्सों में नित्य प्रति बदलाव देखा जा रहा है। जहां कई राज्यों के एक भाग में भीषण गर्मी (extreme heat) पड़ रही है तो दूसरे हिस्से में कभी बारिश तो कभी ओले (hailstorm) गिर रहे हैं। पंजाब में कल शुक्रवार को बारिश के साथ भीषण ओले गिरे हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने भारत के मौसम संबंधी चेतावनियों और पूर्वानुमानों की एक श्रृंखला जारी की है। 22 अप्रैल से एक पश्चिमी विक्षोभ (western disturbance) के उत्तर-पश्चिम भारत को प्रभावित करने का अनुमान है।
आईएमडी ने जताया पूर्वानुमान : मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश में 20 से 24 अप्रैल तक गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ-साथ काफी व्यापक हल्की से मध्यम वर्षा व बर्फबारी हो सकती है। उत्तरी और पूर्वोत्तर भारत के लिए पूर्वानुमान में 20 से 22 अप्रैल तक पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिम उत्तरप्रदेश, राजस्थान और पूर्वी उत्तरप्रदेश जैसे विभिन्न राज्यों में गरज और बिजली के साथ व्यापक हल्की से मध्यम बारिश शामिल है।
20 से 22 अप्रैल तक वर्षा की संभावना : आईएमडी के अनुसार इसी तरह अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और सिक्किम में 22 अप्रैल तक छिटपुट गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ व्यापक रूप से हल्की से मध्यम वर्षा/बर्फबारी होने की संभावना है।
पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और आसपास के इलाकों पर है। प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण मध्य पाकिस्तान और पंजाब के ऊपर बना हुआ है। असम के मध्य भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक ट्रफ उत्तर-पश्चिम बिहार से मध्य असम पर बने चक्रवाती परिसंचरण तक फैला हुआ है। एक चक्रवाती परिसंचरण मराठवाड़ा के ऊपर बना हुआ है।
एक ट्रफ रेखा मराठवाड़ा से आंतरिक कर्नाटक होते हुए दक्षिणी तमिलनाडु तक फैली हुई है। बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। ताजा वेस्टर्न डिस्टरबेंस 22 अप्रैल से उत्तर-पश्चिम भारत को प्रभावित करेगा।
सूरज के तेवर हुए और भी तीखे : अप्रैल के तीसरे हफ्ते में सूरज तेवर और तीखे हो गए हैं। देश के 11 राज्य भीषण गर्मी के चलते हीटवेव (लू) की चपेट है। शुक्रवार को इन राज्यों के 17 शहरों में दिन का तापमान 43 डिग्री से भी ज्यादा दर्ज हुआ।
महाराष्ट्र के विदर्भ, मराठवाड़ा मध्य महाराष्ट्र आंध्रप्रदेश के रायलसीमा, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, ओडिशा, उत्तरी मध्यप्रदेश, गांगेय पश्चिमी बंगाल, पूर्वी उत्तरप्रदेश व झारखंड में 42 से 44 डिग्री के बीच तापमान दर्ज हुआ। वहीं गुजरात, मप्र, उप्र, तमिलनाडु व बिहार में तापमान 40 से 42 डिग्री के बीच रहा। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जताया है कि पूर्वी प्रदेशों के कुछ हिस्सों में हीटवेव की स्थिति अगले 3 से 4 दिनों तक जारी रहेगी।
इंदौर में डेढ़ माह बाद शुरू हुई असल गर्मी : वैसे तो इंदौर में गर्मी का सीजन मार्च की पहली तारीख से ही शुरू हो जाता है लेकिन 2 साल के रिकॉर्ड देखें तो गर्मी का सीजन 20 अप्रैल के बाद से ही शुरू हो रहा है, जो जुलाई अंत तक जारी रहता है। इस बार भी गर्मी इसी ट्रैक पर है। इस वर्ष अप्रैल के शुरुआती 14 दिन अधिकतम तापमान सामान्य से 1 से 2 डिग्री तक कम रहा।
गुरुवार को 40.2 डिग्री के स्तर पर जाने के बाद शुक्रवार को दिन का तापमान फिर सामान्य हो गया। यह 38.7 डिग्री रहा। तापमान में भले ही गिरावट आ गई, लेकिन बादल, उमस में तेज गमर्मी महसूस हो रही थी वहीं न्यूनतम तापमान में वृद्धि जारी है। 23.6 डिग्री से बढ़कर यह गुरुवार रात को 25.2 डिग्री दर्ज हुआ। यह औसत से 4 डिग्री ज्यादा था।
इंदौर या मप्र ही नहीं, बल्कि पूरे देशा में ठंड, बारिश, गर्मी का पैटर्न बदला हुआ है। मप्र की बात की जाए तो पिछले 23 महीनों से ऐसा हो रहा है कि पश्चिमी विक्षोभ हर 5वें दिन आ रहे हैं। बंगाल की खाड़ी या अरब सागर से नमी मिलने से बारिश हो रही है। पिछले साल जून से इस साल अप्रैल तक हर महीने बारिश हुई है।
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (skymet weather) के अनुसार आज शनिवार 20 अप्रैल से 21 अप्रैल के बीच जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, हिमाचलप्रदेश में और 20 अप्रैल को उत्तराखंड में तूफान, बिजली और तेज हवाओं (40-50 किमी प्रति घंटे) के साथ बारिश और बर्फबारी हो सकती है।
20 से 20 अप्रैल के बीच उत्तरी पंजाब, उत्तरी हरियाणा में गरज, बिजली और तेज हवाओं (30-40 किमी प्रति घंटे) के साथ छिटपुट बारिश हो सकती है। 20 से 21 अप्रैल के बीच पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश और तूफान संभव है। 20 और 22 अप्रैल को उपहिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। 20 से 22 अप्रैल के बीच मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में छिटपुट हल्की बारिश संभव है। केरल, तटीय आंध्रप्रदेश और आंतरिक कर्नाटक में छिटपुट वर्षा हो सकती है।