नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र में लोकसभा में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के खिलाफ कथित टिप्पणी के मुद्दे पर गतिरोध जारी रहने पर भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी गुरुवार को कुछ खिन्न नजर आए और उन्हें सदन में इस बारे में संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार से बातचीत करते तथा हंगामा कर रहे कांग्रेस सदस्यों की ओर संकेत करते हुए देखा गया।
प्रश्नकाल के दौरान जब कांग्रेस सदस्य मनमोहन सिंह पर कथित टिप्पणी को लेकर प्रधानमंत्री से माफी मांगने की मांग करते हुए आसन के समीप आ गए तब आडवाणी सत्तापक्ष में अगली कतार में बैठे अनंत कुमार से कुछ बातचीत करते दिखे। वह शोर-शराबा कर रहे कांग्रेस सदस्यों की ओर इशारा कर रहे थे। अनंत कुमार को भी बात करते देखा गया।
कुमार भी कांग्रेस सदस्यों की ओर संकेत करते हुए आडवाणी से कुछ कह रहे थे। इससे पहले भी बुधवार को जब लोकसभा को हंगामे की वजह से स्पीकर सुमित्रा महाजन ने दूसरी बार स्थगित कर दिया तो आडवाणी खाली सदन में कुछ समय बैठे रहे और एक अधिकारी से पूछा कि क्या सदन चलेगा? इसके बाद आडवाणी को बताया गया कि लोकसभा स्थगित कर दी गई है।
सांसदों के लिए यह कोई नई बात नहीं है कि वह खाली सदन में भी कुछ वक्त तक बैठकर इंतजार करते हैं। कुछ सांसद इस दौरान गंभीर चर्चा भी करते हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता भी कांग्रेस सांसदों के हंगामे के कारण कार्यवाही स्थगित होने और उनके सदन से चले जाने के बाद भी अपनी आगे की पंक्ति वाली सीट पर कुछ देर तक बैठे रहे थे।
पिछले वर्ष संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान नोटबंदी के मुद्दे पर संसद में लगातार तीसरे सप्ताह हंगामा जारी रहने पर भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने क्षोभ प्रकट किया था। निचले सदन की कार्यवाही नहीं चल पाने पर उन्हें यह कहते सुना गया था कि न तो स्पीकर और न ही संसदीय कार्यमंत्री सदन को चला पा रहे हैं।
आडवाणी ने संसद में जारी गतिरोध पर नाराजगी जाहिर करते हुए पिछले शीत सत्र में कहा था कि हंगामा करने वाले सांसदों का वेतन काट लेना चाहिए और हंगामा करने वाले सांसदों को बाहर कर देना चाहिए।
बेहद क्षुब्ध दिख रहे आडवाणी को सदन में विपक्ष के लगातार हंगामे एवं विरोध पर तथा विपक्ष के कई सदस्यों के नारेबाजी करते हुए सत्तापक्ष की सीटों के सामने आ जाने पर संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार से अपनी नाखुशी व्यक्त करते सुना गया था। (भाषा)