पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी के कैलाश मानसरोवर यात्रा पर रहने के दौरान 6 सितंबर को गहलोत और कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अहमद पटेल ने प्रदेश इकाइयों के अध्यक्षों एवं कोषाध्यक्षों के साथ जो बैठक की थी उसमें एक प्रमुख फैसला 'बूथ सहयोगियों' की फौज तैयार करने की भी था। कैलाश यात्रा के लौटने के बाद गांधी ने इस योजना को मंजूरी प्रदान की।
अखिल भारतीय कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव (संगठन) जेडी सीलम ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि 'पार्टी ने यह तय किया है कि हर बूथ पर 10 'बूथ सहयोगी' जोड़े जाएंगे। देश में करीब 10 लाख बूथ हैं और इस लिहाज से हमें एक करोड़ बूथ सहयोगी बनाने हैं।' उन्होंने कहा कि 'हमारी कोशिश है कि आगामी विधानसभा चुनावों से पहले बूथ सहयोगी बनाने का लक्ष्य हासिल कर लें। (भाषा)