G-20 के लोगो में BJP का चुनाव चिन्ह कमल, कांग्रेस ने कहा- भौंचक्का करने वाला, शुरू हुआ राजनीतिक संग्राम

Webdunia
बुधवार, 9 नवंबर 2022 (17:17 IST)
नई दिल्ली। G-20 News in hindi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने मंगलवार को भारत की जी-20 (G-20) का लोगो, थीम और वेबसाइट को लॉन्च किया। अब G-20 के लोगो पर घमासान शुरू हो गया है। कांग्रेस ने कहा कि G-20 के लोगो में बीजेपी के चुनाव चिन्ह कमल का उपयोग किया गया है। उसने कहा कि यह बीजेपी और मोदी की बेशर्मी है। इसका जवाब बीजेपी ने दिया है। बीजेपी ने राजीव का अर्थ बताकर पलटवार किया है।
 
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्‍वीट करते हुए कहा कि भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने इसी तरह के एक कदम को खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा कि 70 से भी ज्यादा साल पहले नेहरू ने कांग्रेस के झंडे को भारत का झंडा बनाने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था... अब, BJP का चुनाव चिह्न जी-20 की भारत की अध्यक्षता का आधिरकारिक लोगो बन गया है... यह भौंचक्का कर देने वाला तो है ही, यह भी बता रहा है कि मोदीजी और BJP बेशर्मी से खुद का प्रचार करने का कोई मौका नहीं गंवाने वाले..." 
 
बीजेपी के प्रवक्ता शहज़ाद पूनावाला ने ट्‍वीट में पलटवार किया है। उन्होंने ट्‍वीट में वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा है- 'क्या आप कमलनाथ के नाम से कमल हटा देंगे...?'
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Lotus happens to be our National Flower! It also happens to be the aasan of Maa Lakshmi - Are you opposed to our national flower? Will you remove Kamal from name of Kamal Nath?

Btw Rajiv also means Kamal ! Hope you see no agenda there !!! pic.twitter.com/Y62kiHkjxR

— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) November 9, 2022 >
उन्होंने लिखा- कमल हमारे देश का राष्ट्रीय फूल है... यह मां लक्ष्मी का आसन भी है - क्या आप हमारे राष्ट्रीय फूल के खिलाफ हैं...? क्या आप कमलनाथ के नाम से कमल हटा देंगे...? वैसे, राजीव का अर्थ भी कमल ही होता है... उम्मीद है, वहां आपको कोई एजेंडा नहीं दिखता होगा..."
 
लोगो जारी करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि भारत का जी-20 के अध्यक्ष पद पर पहुंचना अब तय है और यह 130 भारतीयों के लिए गर्व का क्षण है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को अध्यक्षता ऐसे वक्त में मिली है जब दुनिया संकट और अव्यवस्था से जूझ रही है... हालात कैसे भी हों, कमल खिलकर ही रहेगा।