बेंगलुरु। मध्य प्रदेश में कमलनाथ के मंत्री जीतू पटवारी और लाखन सिंह विशेष योजना के साथ बेंगलुरु पहुंचे और बंधक बने लगभग 9-10 विधायकों को चंगुल से छुड़ाने में कामयाब हो गए थे लेकिन सूत्रों के अनुसार ऐन वक्त पर भाजपा के दबाव में पुलिस ने उन्हें पहले पूछताछ के लिए हिरासत में लिया और फिर रिहा कर दिया। कहा जा रहा है कि जीतू पटवारी के साथ कुछ बदसलूकी भी हुई है।
सूत्रों के अनुसार मध्य प्रदेश में 16 मार्च को भाजपा ने बहुमत साबित करने को लेकर राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष से फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की। वहीं, मध्यप्रदेश में बने राजनीतिक हालात को देखते हुए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, 19 कांग्रेस के विधायक भाजपा के कब्जे में है। फ्लोर टेस्ट नहीं हो सकता, क्योंकि 19 विधायकों द्वारा प्रस्तुत इस्तीफे स्वीकार नहीं किए गए हैं। उन्हें शारीरिक रूप से अध्यक्ष के सामने आना चाहिए।