मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) को प्रतिबंधित करने के केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह को धन्यवाद देते हुए दावा किया कि PFI राज्य में कुछ गंभीर करने की साजिश रच रहा था। उन्होंने कहा कि असमाजिक तत्वों की राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने और समाज को विभाजित करने की साजिश कभी कामयाब नहीं होगी।
सीएम शिंदे ने कहा कि संगठन के सदस्यों ने पुणे में भी शांतिभंग करने की कोशिश की लेकिन पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। उन्होंने पीएफआई और उसके कुछ सहयोगी संगठनों को 5 साल के लिए प्रतिबंधित करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा कि पीएफआई और उसके सहयोगी संगठन गंभीर अपराधों में संलिप्त पाए गए। संगठन हाल में आतंकी वित्त पोषण, हत्याओं, संविधान का अपमान करने, सामाजिक सद्भाव और देश की एकता को भंग करने में सक्रिय हुआ। यह भी सामने आया है कि संगठन महाराष्ट्र में भी कुछ गंभीर साजिश रच रहा था।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी कहा कि यह साबित करने के लिए पर्याप्त साक्ष्य हैं कि केंद्र द्वारा पांच साल के लिए प्रतिबंधित पीएफआई समाज में हिंसा के बीज बो रहा था। इस संगठन का उद्देश अफवाह फैलाना और हिंसा भड़काना था।
उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के एक राज्य में एक मस्जिद को गिराए जाने का एक नकली वीडियो हिंसा भड़काने के इरादे से प्रसारित किया गया था। अमरावती में ऐसी घटना हम पहले भी देख चुके हैं। बाद में पता चला कि वीडियो बांग्लादेश का है।