अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी एनएसई की पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक चित्रा रामकृष्ण और पूर्व समूह संचालन अधिकारी आनंद सुब्रमण्यम को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। गुप्ता और उनकी कंपनी के खिलाफ सीबीआई ने को-लोकेशन घोटाला मामले में 4 वर्ष पहले प्राथमिकी दर्ज की थी और मंगलवार रात को उसे यहां से गिरफ्तार किया गया।
अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई द्वारा की गई जांच में पता चला है कि उसने कथित तौर पर सबूत नष्ट करने की कोशिश की और एनएसई को-लोकेशन घोटाला मामले की जांच कर रहे भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के अधिकारियों को रिश्वत भी दी। आरोप है कि गुप्ता ने एक 'सिंडीकेट' से संपर्क किया और उसके जरिए सेबी के अधिकारियों को प्रभावित करने की कोशिश की। केंद्रीय एजेंसी सेबी और एनएसई, मुंबई के अधिकारियों तथा अन्य के खिलाफ भी जांच कर रही है।