नई दिल्ली, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेशी पर पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं और बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने अपने नेता के समर्थन में मार्च निकाला जिसके बाद पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया। कार्यकर्ताओं की हिरासत को कांग्रेस ने अघोषित आपातकाल बताया है।
कांग्रेस ने यह आरोप लगाया कि राहुल गांधी की ईडी के समक्ष पेशी पर पार्टी के सत्याग्रह को रोकने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने नई दिल्ली इलाके में अघोषित आपातकाल लगा दिया। कांग्रेस के मार्च और सत्याग्रह को देखते हुए पुलिस ने 24 अकबर रोड (कांग्रेस मुख्यालय) जाने वाले कई रास्तों पर अवरोधक लगा दिए थे और इलाके में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 लागू कर दी थी।
राहुल गांधी एपीजे अब्दुल्ल कलाम रोड स्थित ईडी मुख्यालय तक जाने के लिए कांग्रेस मुख्यालय से पैदल निकले और इस मौके पर उनके साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं कार्यकर्ता भी थे। पुलिस ने मार्च के शुरू होने के कुछ देर बाद कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को रोक लिया और उन्हें हिरासत में ले लिया। बाद में राहुल गांधी गाड़ी में सवार होकर ईडी मुख्यालय पहुंचे।
कांग्रेस के अनुसार, उसके संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, वरिष्ठ नेता हरीश रावत और कई अन्य नेताओं को हिरासत में ले लिया गया। बाद में प्रियंका गांधी ने तुगलक रोड थाने पहुंचकर हिरासत में लिए गए पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की।
सुरजेवाला ने कहा, मोदी जी जान लें, सत्याग्रह को कोई नहीं रोक सकता। हम झुकने वाले नहीं हैं, हम डरने वाले नहीं है। यह सत्य के लिए लड़ाई है। यह लड़ाई जारी रहेगी सुरजेवाला ने कहा, हम गिरफ्तारी देंगे। हम माफीनामा नहीं लिखेंगे जैसे आपके (भाजपा) वैचारिक पूर्वजों ने अंग्रेजों के सामने लिखा था