पुलिस के अनुसार, 24 अक्टूबर को शोपियां जिले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों और आतंकवादियों के बीच गोलीबारी में शाहिद अहमद की मौत हो गई थी। पीडीपी नेता ने दावा किया कि महबूबा को यहां शहर के गुपकार इलाके में उनके फेयरव्यू आवास में नजरबंद कर दिया गया और उन्हें बाहर नहीं जाने दिया गया।
महबूबा को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में मारे गए युवक शाहिद अहमद के परिवार से मिलने जाना था। पीडीपी नेता ने कहा कि महबूबा शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करना चाहती थीं, लेकिन उन्हें अपने आवास से बाहर नहीं निकलने दिया गया।
पीडीपी नेता के मुताबिक, पुलिस ने महबूबा के घर के मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया है। किसी भी तरह की आवाजाही पर रोक लगाने के लिए द्वार के ठीक बाहर एक पुलिस वाहन तैनात किया गया है। अहमद की मौत पर घाटी में मुख्यधारा के राजनीतिक दलों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी और मामले की जांच की मांग की थी।(भाषा)