जावड़ेकर ने आज यहां एक डीम्ड विश्वविद्यालय में दीक्षान्त समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार ने इसके लिए बीस हजार करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया है। उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि उच्च अध्ययन के लिए विदेश जाने वाले विद्यार्थी देश में ही रहकर अध्ययन करे और शोध करे। सरकार इसके प्रयास में जुटी हुई है और आने वाले समय में इसके परिणाम सामने आएंगे।
उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवाने और युवा अच्छा इंसान बने इसके लिए सरकार देश में बीस विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय स्थापित करेगी। हमारा प्रयास रहेगा की प्रस्तावित विश्वविद्यालय दो सौ विश्वस्तरीय विश्वविद्यालयों की सूची में आ जाए और इसके अगले साल विश्वस्तरीय एक सौ विश्वविद्यालय की सूची में हो। उन्होने स्वयं पोर्टल की चर्चा करते हुए कहा कि इस पर अभी तक करीब सवा लाख विद्यार्थी पंजीकरण करवा चुके है। (भाषा)