सूत्रों के मुताबिक मुंबई कांग्रेस के कई बड़े नेता संजय निरुपम के खिलाफ थे और उन्हें पद से हटाने की मांग कर रहे थे। गत 9 फरवरी को मुंबई कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कृपाशंकर सिंह और नसीम खान ने पार्टी के महाराष्ट्र प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे से नई दिल्ली में मुलाकात कर पार्टी की मुंबई इकाई के प्रमुख संजय निरुपम को पद से हटाने की मांग की थी। मुंबई कांग्रेस की जिम्मेदारी से मुक्त करने की घोषणा करने वाले दिन ही पार्टी ने उन्हें मुंबई (उत्तर-पश्चिम) ने उन्हें टिकट दिया।
कभी शिवसेना के तेजतर्रार नेताओं में शुमार किए गए निरुपम कांग्रेस में शामिल होने के बाद कई अपने विवादित बयानों के लिए सुर्खियों भी रहे हैं। वे मुंबई उत्तर से 2009 में लोकसभा सदस्य भी निर्वाचित हुए थे, हालांकि पिछले चुनाव में वे भाजपा के गोपाल शेट्टी से हार गए थे। शिवसेना में रहते हुए वे राज्यसभा के सदस्य भी रह चुके हैं।
दूसरी तरफ, मनमोहन सिंह सरकार में मंत्री रह चुके देवड़ा इस बार भी दक्षिण मुंबई से उम्मीदवार हैं। वे इस सीट से पहले 2004 और 2009 में निर्वाचित हुए, हालांकि पिछले चुनाव में शिवसेना के अरविंद सावंत से हार गए थे। (भाषा)