1 जून को केरल पहुंचने वाला मानसून इस वर्ष 4 जून को दस्तक देगा। स्काईमेट के अनुसार पूर्व, पूर्वोत्तर और मध्य भारत में उत्तर पश्चिमी भारत और दक्षिण प्रायद्वीप के मुकाबले कम वर्षा की संभावना है। भारत में सबसे पहले मानसून अंडमान और निकोबार द्वीप में 22 मई को आने की संभावना है। आमतौर पर यहां मानसून 20 मई तक आ जाता है।
अरब सागर में रहेगा भंवर : स्काईमेट में मौसम पूर्वानुमान और जलवायु परिवर्तन विभाग के अध्यक्ष सेवानिवृत्त एयर वाइस मार्शल जीपी शर्मा ने कहा कि इस बार मानसून का भंवर अरब सागर में रहेगा जो अच्छा संकेत नहीं है। इस कारण मानसून उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर ज्यादा बढ़ेगा और समय के साथ देश के मुख्य मैदानी हिस्से से दूर होता चला जाएगा।
उन्होंने बताया कि स्काईमेट मानसून के बारे में अपने पुराने पूर्वानुमान पर कायम है कि इस साल बारिश दीर्घावधि औसत का 93 प्रतिशत होगी। मध्य भारत में सबसे कम 91 प्रतिशत, पूर्व तथा पूर्वोत्तर में 92 प्रतिशत, दक्षिण में 95 प्रतिशत और पश्चिमोत्तर में 96 प्रतिशत बारिश का अनुमान है।