इस साल अप्रैल में पाकिस्तान की मिलिट्री कोर्ट द्वारा भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को मौत की सजा सुनाए जाने के बाद भारत सरकार का इस तरह का यह पहला फैसला है। कजाकिस्तान की राजधानी अस्थाना में हुए शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) शिखर सम्मेलन में दोनों देशों के पीएम के बीच हुई मुलाकात के बाद कैदियों की रिहाई का फैसला अहम माना जा रहा है।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक चूंकि पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की ओपन हार्ट सर्जरी के बाद दोनों नेताओं की यह पहली मुलाकात थी, ऐसे में मोदी ने नवाज से उनकी सेहत के बारे में पूछा था, साथ ही उनकी मां और परिवार का हालचाल भी जाना था।