मोदी ने गुरुवार को यहां महात्मा गांधी के आध्यात्मिक गुरु श्रीमद राजचंद्रजी की 150वीं जयंती के अवसर पर यहां आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि मैं देश के वर्तमान माहौल की ओर अपनी पीड़ा और नाराजगी भी व्यक्त करना चाहता हूं। जो देश चींटी को भी खिलाने में विश्वास करता हो, जो देश मोहल्लों में फिरने वाले कुत्तों को भी खिलाने की फिक्र करता हो, जहां सुबह ही मछलियों को खिलाने की परंपरा रही हो और जिसे गांधीजी ने अहिंसा का का पाठ पढ़ाया हो, वहां मरीज की मौत पर अस्पताल में आग लगाई जा रही हो, दुर्घटना होने पर चालक को मार दिया जा रहा हो, गौरक्षा के नाम पर इंसान को मार दिया जा रहा है। इसका हक किसी को नहीं है।