इससे पहले उन्होंने कहा कि उनकी सरकार द्वारका का इस तरह विकास करना चाहती है कि पर्यटक यहां समय बिताए जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ हो। उन्होंने विशेषज्ञों से समुद्र के भीतर मौजूद पुरानी और असली द्वारका नगरी जहां भगवान कृष्ण रहे थे को पर्यटकों को दिखाने वाली व्यवस्था विकसित करने के बारे काम सौंपा है। ऐसा होने पर यहां पूरे देश के पर्यटकों का तांता लग जाएगा। उनकी सरकार सड़क आदि का ऐसे विकास कर रही है कि इसका अर्थतंत्र से सीधा जुड़ाव हो।
मोदी ने कहा, यह विकास के बारे में उनकी सीमित सोच को दर्शाता है। पूर्व में केंद्र सरकारों ने गुजरात के तटीय विकास को भी प्राथमिकता नहीं दी जबकि सबसे लंबे 1600 किमी के तट वाले इस राज्य में नीली क्रांति में देश की अगुवाई करने का माद्दा है। (वार्ता)