चेन्नई। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात के बाद कहा कि हम मतभेद को झगड़े की वजह नहीं बनने देंगे।
मोदी ने कहा कि भारत-चीन दुनिया के आर्थिक शक्ति रहे हैं और दोनों ही एक बार फिर दुनिया की आर्थिक शक्ति बनेंगे। उन्होंने कहा कि जिनपिंग की इस यात्रा के बाद भारत और चीन के बीच नया अध्याय शुरू होगा। चेन्नई भारत और चीन के रिश्ते का साक्षी है।
इससे पहले मोदी और जिनपिंग ने प्राचीन तटीय शहर महाबलीपुरम के भव्य 'शोर मंदिर' परिसर में शुक्रवार को रात्रिभोज के दौरान 2.30 घंटे चली अपनी वार्ता में आतंकवाद और कट्टरपंथ की चुनौतियों का मिलकर सामना करने का संकल्प लिया।
मोदी एवं शी ने आतंकवाद के कारण दोनों देशों के सामने पैदा हो रहीं चुनौतियों पर चर्चा की और इससे निपटने के लिए मिलकर काम करने का संकल्प लिया ताकि कट्टरपंथ एवं आतंकवाद दोनों देशों के बहुसांस्कृतिक, बहुजातीय और बहुधार्मिक समाजों को प्रभावित नहीं कर पाए।