इसके बाद उन्हें एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मंडलोई (45) ब्लॉक समन्वयक थे और खरगोन जिले की भगवानपुरा जनपद पंचायत मे पदस्थ थे। खरगोन के ही बरूड़ थाने के सिनखेड़ा निवासी मंडलोई ने खरगोन सहित कई जिलों में स्वच्छता के लिए कई अभियान चलाए थे। यशवंत उन स्वच्छाग्रहियों में शामिल थे जो प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम में हिस्सा लेने चंपारण पहुंचे थे।